गाने |
नौजवानों घर से निकले हो भला क्या सोचकर |
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मेरा हर सांस इक नाकामियों की ऐसी मंजिल है |
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मांगो जो खाना हमसे तो हाजिर जनाब है |
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अनोखा खूब प्रेम संसार |
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देखो जो मैक़दा को तो मजबूर हो गया |
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सखी री चलो आज मिल सब झूले डालें री |
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दिलगीर हो रहा हूँ |
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इतना तो करम हम पर ऐ जान करते जावो |
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किससे जाये कहूँ दुःख दिल का |
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ले गये चित्त और दे गये चिंता |
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