गाने |
मोहे कर घर भवसागर से करो उद्धार |
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नारी का लोक और परलोक है स्वामी के पग में |
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दई री छाई कारी बदरिया |
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मोरी नाजुक कलइयां चूड़ियां धीरे पहना मनहार |
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पूरब मत जाना मोरे राजा जी |
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मालूम न थे ढंग जहाँ खियाल के |
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सलोने रे बाँके सबरिया रे |
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यह वर्त्तमान भारत कब सावधान होगा |
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गाओ गाओ हिलमिल सजनी कारी बदरिया छाई रे |
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पी संग गए सुख सुहाग कैसे फूटे मोरे भाग |
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वो रह न ग़र्दिशे चर्ख हूँ मैं |
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