गाने |
शिवामृत जल गंगे माना तन मन मैल मिटाए |
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क्यों नैनन नीर बहाए रही |
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जो जल यात्रा करता है |
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कुछ नहीं मिलती दवाए दर्दे दिल |
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बाँके बलमा ने बहियाँ मरोड़ डारी |
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मोरे छैला का होगा लगनवा |
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कैसा हंगामा है मेरे बलिदान का |
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आया रचावन व्याह मेरा हरियाता वनरा |
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आकाश के नीले घूंघट से प्रभात की देवी झांक रही |
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यह घटना रची तुमने भगवान कैसी |
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रात भर सोया नहीं दिरुबा तेरे लिए |
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दुहाई है वह बज्मे नाज़ में बन ठन के बैठे हैं |
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हुजूमें आशिकां हैं और मेरे क़ातिल की महफिल है |
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जियरा हालै डोलै लागै हो |
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