गाने |
सितम है बरसात में भी कोई मकाँ हमारा जला रहा है |
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अल्लाह रे निगाह की शोखी एताब में |
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बिछुड़े री घाली पीहर चाली सा आली जा |
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यारो डूब गई लुटिया मिली जोरू बदकर |
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काले बादरवा सर पे छाए |
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जो मोहब्बत में कोई खानुमा बरबाद रहा |
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मंदरवा में दीवाला कैसे जले |
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सैयाँ काचे हैं निम्बुआ |
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सोया है मुसाफ़िर ग़ाफ़िल क्यों |
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कोठे पे जा छिपा क्यों आज मेरे कबूतर |
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गरीबी में न भाई और न बान्धव पास आता है |
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कैसो है तू दयाल हे गोपाल नन्दलाल |
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जाते हैं हम तो साकिया महफ़िल से बेपिए |
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मारूँगी नैना बान बचे रहना |
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खिला है कैसा प्यारा सुख का वसन्त |
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