गाने |
ऐ हसीं ऐ महज़बीं |
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शाह सुनो हमरी यह बिपता |
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भावत है मोहे मदन मोहन रस रंगीला कन्हैया |
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आज पिया रात का पधारना रे |
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आओ दिलदार मेरे यार ग़म गुसाल आओ |
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सिंह बन कर गरजना और वज्र बनकर टूटना |
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निर्मल सूरत पियु की यूँ घट रही समाए |
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जिसे प्रेम करते हैं |
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जगत के पालनहार प्रभु जी |
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