गाने |
दीनबंधु दीनानाथ दीन की करो सहाय |
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राम रंग रंग ले मन |
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कैसी तिहारी कुदरत भारी |
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पराधीन की पीर कासों कहो जाय |
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पनिया भरन ठाडो है कान |
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दुनिया है ग़ाफ़िल मगर हुशियार होना चाहिए |
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आप स्वभाव में रे प्यारे सदा मगन में रहना |
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आँखों से मेरी खून का मेह क्यूँ नहीं बरसे |
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नैया मोरी आन फँसी मझधार |
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राहत जगत में आज मेरी बेमिसाल है |
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मम जननी शान्त सी ले माता ज्ञान धर्म है |
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संसार भर से न्यारा हिन्दुस्तान तू है |
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अब सो जा राज दुलारे |
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कलजुग में तो पैसा है भगवान |
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