Bulbul-E-Paristan

बुलबुल-ए-परिस्तान

एल्बम वर्ग: हिन्दी, फ़िल्म
वर्ष: १९३४
संगीतकार: कीकूभाई योगिनक
गीतकार: मुन्शी ज़हीर
सम्पूर्ण रेटिंग:
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गाने


 
दुनिया एक मुसाफ़िरखाना है
 
संगीतकार: कीकूभाई योगिनक
गीतकार: मुन्शी ज़हीर
शैली:
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ले लो जी फूल हार
 
संगीतकार: कीकूभाई योगिनक
गीतकार: मुन्शी ज़हीर
शैली:
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बताऊँ क्या तुम्हें इस वक्त जो कुछ दिल की हालत है
 
संगीतकार: कीकूभाई योगिनक
गीतकार: मुन्शी ज़हीर
शैली:
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तिरछी निगाहों से ज़ख्मी बनाय गयो
 
संगीतकार: कीकूभाई योगिनक
गीतकार: मुन्शी ज़हीर
शैली:
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खुदावन्दा वतन की अब तेरे हाथों में इज्ज़त है
 
संगीतकार: कीकूभाई योगिनक
गीतकार: मुन्शी ज़हीर
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मुब्तिलाए ग़म दिले नाकाम है
 
संगीतकार: कीकूभाई योगिनक
गीतकार: मुन्शी ज़हीर
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हाय वो ज़माना-ए-तिफ़ली हर बात से थी बेफ़िक्री
 
संगीतकार: कीकूभाई योगिनक
गीतकार: मुन्शी ज़हीर
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पी कर जामे मुहब्बत दोनों इश्क़ में यूँ सरशार बनेंगे
 
संगीतकार: कीकूभाई योगिनक
गीतकार: मुन्शी ज़हीर
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मेरी उल्फ़त के टट्टू हुई तुझ पर मैं लट्टू
 
संगीतकार: कीकूभाई योगिनक
गीतकार: मुन्शी ज़हीर
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ऐ ख़ुदावन्दे त'आला ऐ शहे कौनो मकाँ
 
संगीतकार: कीकूभाई योगिनक
गीतकार: मुन्शी ज़हीर
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समझा न मगर समझा इस इश्क़ की मैं बातें
 
संगीतकार: कीकूभाई योगिनक
गीतकार: मुन्शी ज़हीर
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पुरस्कार


 
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सामान्य ज्ञान


 
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