गाने |
हाँ हाँ पनिया मैं भरन गई |
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मोरा जोबन साँवरिया ने लूट लियो री |
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मन में लजाए निर्दोष निराधार पतित कहाए मन में |
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सुबह तक दिन को दिलासे शबे ग़म देते हैं |
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तेरी सूरत का दीवाना हूँ दिलरुबा |
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वारी मानो मानो मोरी बात |
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दिलो जिगर दोनों जल गए हैं |
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आँख अब तो खुलनी भी दुश्वार हो गई है |
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परिणाम पाया संसार में ही करनी का अपनी परिणाम पाया |
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