यह फ़िल्म पाँच भागों का संकलन था. हर भाग में अलग अलग अभिनेत्रियों ने मुख्य भूमिका निभाई थी. हर भाग सुप्रसिद्ध बंगाली लेखकों द्वारा स्त्री सम्बंधित विषयों पर लिखित कहानियों पर आधारित था - शरतचंद्र चटर्जी की "अभागीर स्वर्ग", गौर किशोर घोष की "एई दाहा", दिब्येन्दु पालित की "काँच", प्रफुल्ल रॉय की "सतघरिया" और रबिंद्रनाथ टैगोर की "जीबितो ओ मृतो".