गाने |
चंदा घूंघट में अपने छिपाए |
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दिल्ली की गलियों में जिया नहीं लागे |
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अंगना बोले काग रे |
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तू दिल का कहना मान |
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तेरा मन कहीं डोले मैं जान गई |
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जब तुम ही नहीं (हैं नैन वही) |
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कोई मेरी दुनिया पे छाया |
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खेल नहीं गिर गिर के सम्भलना |
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किसी दीपक की धुन में बेचारा जलता है |
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