Dukhiari

दुखियारी

एल्बम वर्ग: हिन्दी, फ़िल्म
वर्ष: १९३७
संगीतकार: अनिल बिस्वास, माधुलाल दामोदर मास्टर
गीतकार: गौरी शंकर लाल 'अख्तर'
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गाने


 
इस पाप की दुनिया से अब और कहीं ले चल
गायक: अमीर कर्नाटकी
संगीतकार: अनिल बिस्वास
गीतकार: गौरी शंकर लाल 'अख्तर'
शैली: सुगम
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आँखों का है तू उजियारा
 
गायक: कोकिला
संगीतकार: अनिल बिस्वास
गीतकार: गौरी शंकर लाल 'अख्तर'
शैली:
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क्या भीड़ मैक़दे के है दर पर लगी हुई
 
संगीतकार: माधुलाल दामोदर मास्टर
गीतकार: गौरी शंकर लाल 'अख्तर'
शैली:
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उठा ले फ़ानी दुनिया से मुझे वो ज्योति दिखला दे
 
गायक: अमीर कर्नाटकी
संगीतकार: माधुलाल दामोदर मास्टर
गीतकार: गौरी शंकर लाल 'अख्तर'
शैली:
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बन में कोयल डाल डाल पर प्रीत के गीत सुनाए
 
संगीतकार: माधुलाल दामोदर मास्टर
गीतकार: गौरी शंकर लाल 'अख्तर'
शैली:
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कटीले तोरे नैनों के तीखे बान
 
संगीतकार: अनिल बिस्वास
गीतकार: गौरी शंकर लाल 'अख्तर'
शैली:
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जगत का आशा पर आधार
 
गायक: अमीर कर्नाटकी
संगीतकार: अनिल बिस्वास
गीतकार: गौरी शंकर लाल 'अख्तर'
शैली:
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ज़रा नैनों से नैना मिलाए जा
 
संगीतकार: माधुलाल दामोदर मास्टर
गीतकार: गौरी शंकर लाल 'अख्तर'
शैली:
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पुरस्कार


 
  • पुरस्कारों की जानकारी उपलब्ध नहीं है

सामान्य ज्ञान


 

    गीत

  • इस पाप की दुनिया से अब और कहीं ले चल - This song was reused in the film "Zamana" (1938).[1]



सन्दर्भ


 

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