गाने |
उठाए जा हिज्र में हज़ार सहें सदमें |
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सखी देखो काँटे चुभ गए |
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उसने कहा कहे वो आँख सरमाई हुई |
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हमारे बालमा कहाँ होंगे |
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रशक़-ए-लैला रशक़-ए-लैला |
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साक़ी न जाने शराब ऐ घटा छाई |
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हमसे न बोलो बराए मोरे श्याम |
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