गाने |
जड़ चेतन नुण दोषमई विष कन्या करतार |
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राम नाम को कल्पतरो |
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धन्य भारत के वे बलिदान |
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मैं भंवरा उस फूल का भूल गया |
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आई लक्ष्मी न गंवाइए मैया मोरी |
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बेचारी घाली पीहर चली |
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शिकारी बन कर गए तुम शिकार करने को |
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मैं हूँ पतंग तुम दीप शिखा |
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ज़रा ठहरो हमारे साँवरिया रे |
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वे सवेरे चला जाएँ राती रह जा तूँ |
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तू मालदार कंगला हूँ मैं |
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कैसी प्रीत निभाई |
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जा दिन से सैयाँ मोर छोड़े ललटवा |
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हरि हरि जपना रे पराया माल अपना रे |
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जाग मछन्दर गोरख आया |
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चली आओ हुसनिया छम छम |
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शुभ घड़ी आई सब मिल के गाओ बधाई |
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