गाने |
आँख में बुने उद्दू हुस्न की तस्वीर भी हो |
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हुस्न के बादल छाए हैं |
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देखी खूब आजमाई है दुनिया मतलब की |
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गले में जिनके लोहे के हजारों मन के टुकड़े हों |
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कौम पर मर जाना मेरा काम है |
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इस क़ैद के हालत को इन्सान जो पहचाने |
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याद उन गेसुओं की दिल से भुलाए क्यों |
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मैं तेरे दर का रहूँगा सवाली |
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मैं वतन से सैकड़ों कोस दूर हूँ |
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