Laal Cheeta

लाल चीता

एल्बम वर्ग: हिन्दी, फ़िल्म
वर्ष: १९३५
गीतकार: अता मोहम्मद
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
 



गाने


 
गुलशन में आई बहार बसन्ती
 
गीतकार: अता मोहम्मद
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
प्रेम रस पिला दे ऐ साक़ी
 
गीतकार: अता मोहम्मद
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
जल निरमल बल खाए चंचलवा
 
गीतकार: अता मोहम्मद
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
दर्दे उल्फ़त से कहो दिल से ना जाना हरगिज़
 
गीतकार: अता मोहम्मद
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
याद में तेरी इक तर्ज़े जफ़ा रखा है
 
गीतकार: अता मोहम्मद
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
चंचल नैना ने बरछी मारी
 
गीतकार: अता मोहम्मद
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
दहर में मुझको यह काबे का गुमां होता है
 
गीतकार: अता मोहम्मद
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
बान नैनों का ज़ालिम ने मारा
 
गीतकार: अता मोहम्मद
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
वतन पर जान देने को जो समां हो तो ऐसे हो
 
गीतकार: अता मोहम्मद
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
उनकी अन्दाज़े वहशत दिखा जाएंगे
 
गीतकार: अता मोहम्मद
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
मैं खुश्खराम हूँ मैं गुलफ़ाम हूँ
 
गीतकार: अता मोहम्मद
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 

पुरस्कार


 
  • पुरस्कारों की जानकारी उपलब्ध नहीं है

सामान्य ज्ञान


 
  • सामान्य ज्ञान उपलब्ध नहीं है



प्रतिक्रिया