गाने |
रूत बसंत की आई पिया |
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किसने हरा है मेरा भोला मन |
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अकेली न जैयो राधे श्री जमुना के तीर |
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अपनी शाम भई और जगवालों का हुआ सवेरा |
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टोपी वाले बाबूजी (आँख कहे मैं तीर चलाऊँ) |
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मन ले कहना मेरा |
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मेरी आँखों में मेरे मन में पिया छाए पिया जी आन मिलो |
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गाऊँगी गाऊँगी मैं तो गिरवर के गुण गाऊँगी |
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खटमल की है बस्ती या मच्छर का ठिकाना |
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राधारानी रूठी घनश्याम मनाए |
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वो बिसरी कहानी सुन मेरी ज़बानी |
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गोरी तेरा निर्मल जोबन |
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