गाने |
बंसी धारे श्याम प्यारे |
|
|||||
|
|
|||||
तुझ सी छबि जगत ननी हारती |
|
|||||
|
|
|||||
ज़रा बोलो हे मोहन प्यारे |
|
|||||
|
|
|||||
तुम भूले भूले नन्दलाल |
|
|||||
|
|
|||||
मधुर मधुर वचन बोले |
|
|||||
|
|
|||||
बंधुओ गोवंश पर हमको बड़ा अभिमान है |
|
|||||
|
|
|||||
अज्ञान से आये भुलाये |
|
|||||
|
|
|||||
बंधू गऊ की सेवा निशि दिन किया करेंगे |
|
|||||
|
|
|||||
बैठे यहाँ आप बेहोश अनजान जानते नहीं |
|
|||||
|
|
|||||
श्याम शरण जावे तू पावेगा चैन |
|
|||||
|
|
|||||
जय जय जगपति लीजे सुध मेरी |
|
|||||
|
|
|||||
ध्यान धरूँ तेरो कृष्ण मुरारी |
|
|||||
|
|
|||||
पूरन मासी शरद की |
|
|||||
|
|
|||||
काहे छेड़ो मोहे हो श्याम |
|
|||||
|
|
|||||
दुराचार पापी करता देश बेसहारा |
|
|||||
|
|
|||||
माँ तुम हो सब लोक माता |
|
|||||
|
|
|||||
नन्द के लाला मुरली वाले तुमको लाखों प्रणाम |
|
|||||
|
|
|||||