गाने |
नगरी थी एक बड़ी सुहानी |
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तुम साजन प्रीत निभाओ |
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मैं प्रेम नगर की रानी |
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झूठी काया झूठी माया झूठी घर की नार |
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तुम्हीं लगाओ पार प्रभुजी |
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कपटी मन की मीठी बातें |
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किस कारण अब होत उदास |
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पिया मिलन की आशा लेकर |
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तुम आओ तुम आओ कलियों को चटकाती |
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निगाहें मिला कर ज़रा मुस्कुरा दो |
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चला गाड़ीवान तू गाड़ी |
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दुःख सुख हैं जीवन के साथी |
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