गाने |
है लब पे आहो नाला और चश्म खूंकशा हैं |
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हाँ हाँ मोरी धीरे से गगरी उतार लेना |
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या नबी जी या नबी जो तुम्हारी सरन मुझपे नामेहरबाँ है |
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वृन्दावन की कुंज गली में रोकत मोरी डगरिया राम |
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दिल को लगाना इस दुनिया से पूरा धोका खाना है |
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जग झूठा सारा साईयाँ देख क्यों ललचाया |
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ठाकर से बेड़ा मेरा पार लंघा दो |
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इशरत का ज़माना आया है लबरेज़ हर एक पैमाना है |
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जन्नत की हूरी गलमाँ कोह काफ की सब परियाँ |
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