गाने |
इन शोख़ हसीनों से कभी दिल ना लगाना |
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तुमको मैं बड़े मज़े की सुनाऊँ कहानी |
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कुछ जान न थी पहचान न थी |
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छाई घटा दिन आए बहार के |
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अदा-ओ-नाज़ को ज़ालिम तेरे शमशीर कहते हैं |
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इधर आओ एक बार फिर प्यार कर लें |
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दो देश दुलरे वीरों का (आई हैं दरबार में) |
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