गाने |
दुल्हन चली साजन घर बन ठन के (आए हैं दिन सावन के) |
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सजन डर लागे अकेले में (मोहे फिर से हिचकी आई) |
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हवा तू उनसे जाकर कह दे |
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राजा तोरे बाग़ की मैं कोयलिया बन जाऊँगी |
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मेरे घर आगे हैं दो दो गलियाँ |
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मेरे घर आगे हैं दो दो गलियाँ |
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भीनी भीनी चाँदनी रात बोले बुलबुल प्यार की बात |
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जगमग जगमग करता निकला चाँद पूनम का प्यारा |
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न तुम आए न नींद आई |
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रह न सकोगे हम बिन सजन पछताओगे |
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