गाने |
सामरी सामरी सामरी ओ ऐ तिलिस्म-ए-जहाँ |
|
|||||
|
|
|||||
भंवर में है मेरी कश्ती |
|
||||||
|
|
||||||
बड़ी बुरी है यार जवानी बड़ी बुरी |
|
|||||
|
|
|||||
ज़ालिम तेरा इशारा है (हौले हौले डोले) |
|
||||||
|
|
||||||
ऐ खालिक-ए-अकबर |
|
||||||
|
|
||||||
ये मोहब्बत का तेरी सिला मिल गया |
|
|||||
|
|
|||||
आई रुत मस्तानी आई |
|
||||||
|
|
||||||