गाने |
जा जा न छेड़ मान भी जा |
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आंकड़े का धंधा इक दिन तेज़ी सौ दिन मंदा |
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कहती हैं मेरी आँखें |
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चाँदी के चन्द टुकड़ों के लिये ईमान को बेचा जाता है |
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ज़रा ठहरो जी अब्दुल गफ़ार |
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तुम्हें याद होगा कभी हम मिले थे |
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कैसा इन्साफ़ तेरा सब कुछ लुटा है मेरा |
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ये दुनिया रंग बदलती है |
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