Shakuntala

शकुंतला

एल्बम वर्ग: हिन्दी, फ़िल्म
वर्ष: १९४३
संगीतकार: वसंत देसाई
गीतकार: दीवान शरार, रतन पिया
लेबल: यंग इंडिया रेकॉर्ड्स
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
फ़िल्म क्रेडिट: निर्देशक: वी. शांताराम. लेखक: दीवान शरार. अभिनेता: जयश्री, चंद्र मोहन - II, निम्बालकर, ज़ोहराबाई, नाना पलसीकर, शांतारिन, राजा पंडित, विद्या, अमीनाबाई, मदन मोहन - III, अधिक...
 



गाने


 
प्यारी प्यारी ये सुखद मातृभूमि अपनी
गायक: ज़ोहराबाई, परशुराम, जयश्री
संगीतकार: वसंत देसाई
गीतकार: रतन पिया
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
एक प्रेम की प्यासी
 
गायक: अमीरबाई कर्नाटकी
संगीतकार: वसंत देसाई
गीतकार: रतन पिया
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
तुम्हें प्रसन्न यूँ देख के
 
गायक: ज़ोहराबाई, परशुराम, जयश्री
संगीतकार: वसंत देसाई
गीतकार: रतन पिया
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
झूलूँगी झूलूँगी जीवन भर
गायक: जयश्री
संगीतकार: वसंत देसाई
गीतकार: रतन पिया
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
कमल है मेरे सामने
गायक: जयश्री
संगीतकार: वसंत देसाई
गीतकार: दीवान शरार
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
चाँद सा नन्हा आए
गायक: ज़ोहराबाई, जयश्री
संगीतकार: वसंत देसाई
गीतकार: रतन पिया
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
किसी कन्या को
 
गायक: वसंत देसाई
संगीतकार: वसंत देसाई
गीतकार: दीवान शरार
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
मेरे बाबा ने बात मेरी
गायक: जयश्री
संगीतकार: वसंत देसाई
गीतकार: रतन पिया
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
मेरे बिरह की रैन
संगीतकार: वसंत देसाई
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
जीवन की नाव ना डोले
गायक: जयश्री
संगीतकार: वसंत देसाई
गीतकार: दीवान शरार
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
सुख भरा करे जीवन
 
गायक: अमीरबाई कर्नाटकी
संगीतकार: वसंत देसाई
गीतकार: रतन पिया
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
न जाने कहाँ का ये जादू
 
संगीतकार: वसंत देसाई
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
ब्याह रचाए चुप चुप
 
गायक: ज़ोहराबाई
संगीतकार: वसंत देसाई
गीतकार: दीवान शरार
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 

पुरस्कार


 
  • पुरस्कारों की जानकारी उपलब्ध नहीं है

सामान्य ज्ञान


 

    एल्बम

  • इस फ़िल्म के साथ वसंत देसाई की राजकमल बैनर और निर्माता, निर्देशक वी. शांताराम के साथ एक लम्बी और सफल साझेदारी शुरू हुई थी.[MR6]
  • १९४२ में वी. शांताराम ने प्रभात स्टूडियोज़ छोड़ कर ख़ुद की फ़िल्म निर्माण कम्पनी शुरू की थी जिसका नाम था राजकमल कलामंदिर. यह उनके नए बैनर की पहली फ़िल्म थी.
  • The film was an adaptation of the Sanskrit play "Abhigyana Shakuntalam" by Mahakavi Kalidasa. Years later, V. Shantaram made another film based on the same play, "Stree" (1961).[1]



सन्दर्भ


 

प्रतिक्रिया