गाने |
किर्तगार तेरी शान लासानी |
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प्यारी प्यारी क्या गुलकारी |
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कैसे आये जी को क़रार |
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इन क़दमों से बंध गई शीरीं की तदबीर |
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जाऊँ नहर खोद लाऊँ |
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लब पे आहें नहीं शिकवा नहीं फ़रियाद नहीं |
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प्यारी प्यारी सूरत का हूँ दीवाना |
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वो मुक़द्दर न रहा वो ज़माना न रहा |
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मैं तो शीरीं का हूँ दीवाना |
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यारब न किसी को आज़ार मोहब्बत का |
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नसीमें सुबह तू इतना उसे सुना देना |
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संगरेजों में गुहर था |
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मसीहा तमाशा दिखाए चला जा |
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ज़िन्दगी हिज्र में है एक मुसीबत मुझको |
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रुका है दम हर एक शै सांस लेने को तरसती है |
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पाई न घड़ी भर भी राहत तेरी चाहत में |
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कैसी नसीब लाई थी गुलशन-ए-रोज़गार में |
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चार दिन की ये जिंदगानी है |
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