गाने |
अबरू की कमानों में |
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कागा करता है बतियाँ |
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दरस बिन दुखन लागे नयन |
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पिलाए जा पिलाए जा बहारे मय परस्ती है |
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आग में बाग़ लगाने लगी थी |
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मैं कितनी भोली थी सजनी |
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चली पनिया गगरी ले के नार |
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स्नेह बंधन में बंधे हुए हम |
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सैयाँ तो बिदेसी भए |
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तेरी आँखों से जो मेरी |
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