गाने |
अब दावा देते हैं वो और न दुआ |
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ख़याल काश वो करते कुछ |
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न हँसते हैं तेरे क़ैदी न कुछ फ़रियाद करते हैं |
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न सरूर हूँ न ख़ुमार हूँ |
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खुली हैं बोतल भरे हैं सागर |
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हटो जाओ न हमको सताओ जी |
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आरज़ू इतनी है अब मेरे दिले नाशाद की |
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अश्क़ बहे बहा करे दर्द बढ़े बढ़ा करे |
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इल्तज़ा ख़ालिक़ से ये है इस दिले नाशाद की |
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