गाने |
आज कोई जमना के तीर मत जइयो |
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माया में तू मुसाफ़िर क्यों हो गया दीवाना |
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सजाया सृष्टि ने सिंगार ललित लता मृदु मंजुल वायु |
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कृष्ण कृष्ण बोल प्यारे कृष्ण कृष्ण बोल |
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राम गुण गाओगे तो सब ही सुख पाओगे |
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होत नहीं अन्यथा कर्म की गति अगम्य |
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सुनी है आली ऐसी प्रीत कहीं |
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हरि की वह छबि निरख जो पाऊँ |
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साँवरिया ने कैसी बात बनाई |
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ठान मन मान मत रूप गुण आग री |
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यही सफल हुआ सदा प्रेम है शुभदा मुद्दा |
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मोसों बतियाँ बनाओ नहीं बार बार |
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चैन नहीं आता दर्द कुछ भी नहीं |
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समझ जाओ प्यारी बात मत बढ़ाओ |
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लेना एक ही नाम अवधूत |
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प्रेम जगत में न्यारा है सबसे |
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वाह रे जोगी बजाई प्रेम की बंशी नई |
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सजीली चाँद सा मुखड़ा जो तुमने पाया है |
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आँख से देखी जो सूरत ह्रदय से जाती नहीं |
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सीखो सब ब्रह्म ज्ञान विद्या हु पाई |
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भूल गयो गिरिधारी |
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अहो हो बड़े भाग हैं हमारे |
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