Tara Sundari

तारा सुन्दरी

एल्बम वर्ग: हिन्दी, फ़िल्म
वर्ष: १९३४
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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गाने


 
वसुधे तू नहीं काहू की सगी
 
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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बावरे पपीयारा हमें नहीं मतलब तेरी इस धुन से
 
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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नाज़-ओ-अदा शर्म-ओ-हया से बाँके पिया से
 
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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हर बात में काफ़िर की इक आन निकलती है
 
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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शर्म है वो आरज़ू दिल से ज़बाँ पर आ गई
 
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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देखेंगे फिर इन आँखों से हम रुए यार भी
 
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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अरे इश्क़े सनम तुझे मेरी क़सम
 
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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घन बीच छुप जा रे चन्द नज़र न लग जाए कहीं
 
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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घूम कर फिर आ गए दर-ए-दिलदार के
 
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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बहता हुआ है पानी
 
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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काफ़िर हो जो सिजदा करे बुतखाना समझ कर
 
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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मोहे मग में न रोको नन्दलाल
 
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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धिक है बिचार तेरा
 
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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तलवार ख़ून में रंग लो अरमान रह न जाए
 
संगीतकार: झंडे खान, गंगा प्रसाद पाठक
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पुरस्कार


 
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सामान्य ज्ञान


 
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