गाने |
हाथ खाली आए हैं |
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ज़माना तेरा मुब्तला हो रहा है |
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ये मखमल की है मसनद ले |
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दुनियाए मुहब्बत भी क्या नूर की बस्ती है |
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आतिशे पाक़ मन्जूर कर |
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चश्मे नाज़ में है तेरी मस्ती भरी |
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आबादियों को इसने वीरां बना के छोड़ा |
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सीने का ज़ख्म आहों की सख्ती से छिल गया |
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