Taxi Stand

टैक्सी स्टैंड

एल्बम वर्ग: हिन्दी, फ़िल्म
वर्ष: १९५८
संगीतकार: चित्रगुप्त
गीतकार: मजरूह सुल्तानपुरी
लेबल: एच.एम.वी.
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
एल्बम क्रेडिट: MUSIC ASSISTANT: Dilip Dholakia.
 
फ़िल्म क्रेडिट: निर्देशक: गजानन जागीरदार. निर्माता: देवी शर्मा. अभिनेता: अनीता गुहा, चंद्रशेखर, के.एन. सिंह, मजनू, सुंदर, ओम प्रकाश, प्रशांत - II, राजन हक्सर, टुनटुन, मीना, अधिक...
 



गाने


 
हमको तो तेरी निगाहों ने मारा
गायक: आशा भोसले
संगीतकार: चित्रगुप्त
गीतकार: मजरूह सुल्तानपुरी
शैली: फ़िल्मी, क्लासिक पॉप
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
नीची नज़रों से नमस्ते कर गए
गायक: गीता दत्त, उषा मंगेशकर
संगीतकार: चित्रगुप्त
गीतकार: मजरूह सुल्तानपुरी
शैली: फ़िल्मी
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
ये हवा ये फ़िज़ा ये समाँ
गायक: आशा भोसले
संगीतकार: चित्रगुप्त
गीतकार: मजरूह सुल्तानपुरी
शैली: फ़िल्मी, क्लासिक पॉप
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
आना है तो चले आओ सुहानी शाम है
गायक: आशा भोसले, मोहम्मद रफ़ी
संगीतकार: चित्रगुप्त
गीतकार: मजरूह सुल्तानपुरी
शैली: फ़िल्मी
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
आना ओ भाईजान खिलाऊँ पान लगा के चूना
गायक: मोहम्मद रफ़ी
संगीतकार: चित्रगुप्त
गीतकार: मजरूह सुल्तानपुरी
शैली: फ़िल्मी, क्लासिक पॉप
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
ये मिलन की रैना
गायक: गीता दत्त
संगीतकार: चित्रगुप्त
गीतकार: मजरूह सुल्तानपुरी
शैली: फ़िल्मी, क्लासिक पॉप
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 

पुरस्कार


 
  • पुरस्कारों की जानकारी उपलब्ध नहीं है

सामान्य ज्ञान


 

    गीत

  • ये हवा ये फ़िज़ा ये समाँ - The mukhda of this song was inspired by the song "Que Sera, Sera (Whatever Will Be, Will Be)" written and published by Jay Livingston and Ray Evans in 1955. The song was first recorded by Doris Day for the Alfred Hitchcock film "The Man Who Knew Too Much" (1956). Day's song became very popular and went on to win the Oscar Award for Best Original Song.[1]



सन्दर्भ


 

प्रतिक्रिया