गाने |
गंगा के नीर सी यमुना के तीर सी |
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हमारे तीरथ न्यारे हैं यही धरती के तारे हैं |
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मेरी प्रीत मेरा प्यार बोले आज बार बार |
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तू रूप नगर की अलबेली |
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दूर दूर तक नहीं कहीं है पानी |
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नयन भटकते साँस अटकते |
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मत चाढ़ मत बढ़ मत लड़ |
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बोल अरे भगवान (बोल री काशी बोल री मथुरा) |
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समझा जिसको अमृत वो विष का खज़ाना है |
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