Likhi Naseeb Mein Hain Thokaren Zamane Ki

लिखी नसीब में हैं ठोकरें ज़माने की

गायक: मोती
संगीतकार: ज़फ़र खुर्शीद
गीतकार: राज़ीउद्दीन, अर्श हैदरी
शैली: फ़िल्मी, ग़ज़ल
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
एल्बम: दिल
वर्ष: १९४६
एल्बम वर्ग: हिन्दी, फ़िल्म


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पुरस्कार


 
  • पुरस्कारों की जानकारी उपलब्ध नहीं है

सामान्य ज्ञान


 
  • ज़फ़र ख़ुर्शीद की यह गीत इस फ़िल्म के बाद "रास्ता" (१९४७) फ़िल्म में भी शामिल किया गया था. इस बात की जानकारी नहीं है कि "रास्ता" (१९४६) फ़िल्म में इस गीत को वैसे ही उपयोग किया गया था या फिर से रेकॉर्ड किया गया था.[1]


सन्दर्भ


 


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