इस गीत की मुखड़े का धुन निर्देशक राज सिप्पी की इल्म "सत्ते पे सत्ता" (१९८२) की बैकग्राउंड स्कोर से लिया गया था. ओरिजिनल थीम को आर.डी. बर्मन ने रचा था और उस में आशा भोसले ने आवाज़ दी थी. इस थीम को "सत्ते पे सत्ता" (१९८२) की क्लाइमैक्स में अमिताभ बच्चन और रंजीता की एक सीन में इस्तमाल किया गया था.[1]