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भुलाने से क्यूँ और भी याद आएँ (दो ही लफ़्ज़ों का था ये अफ़साना)
भुलाने से क्यूँ और भी याद आएँ (दो ह-
-ी लफ़्ज़ों का था ये अफ़साना)
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भुलाने से क्यूँ और भी याद आएँ (दो ही लफ़्ज़ों का था ये अफ़साना)
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