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चाहे कोई मुझे भूत कहो (पैरोडी गीत)
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सामान्य ज्ञान
यह गीत कई हिन्दी फ़िल्म गीतों को जोड़ कर बनाई गई एक पैरोडी मेड्ली है - "चाहे कोई मुझे जंगली कहे" ("जंगली", १९६१), "दिल के झरोखे में" ("ब्रह्मचारी", १९६७), "तू कितनी अच्छी है" ("राजा और रंक", १९६८), "ऐन ईवनिंग इन पैरिस" ("ऐन ईवनिंग इन पैरिस", १९६७), "मेरे सामने वाली खिड़की में" ("पड़ोसन", १९६७) और "आजा आजा मैं हूँ प्यार तेरा" ("तीसरी मंज़िल", १९६६).[1][2][3][4][5][6]