गाने |
भोला छाय रहे काशी में |
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शरम के मारे ना बोलू जोबन लुट गयो रंगरूट |
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देवी आज पूजन का हम मील तोरे दास चरन के पास |
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मनवा काहे तू कलपाये |
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फुल रही कैसी बेलरीयां डोले |
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किया है तूने क्या जुल्म |
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कोयलिया कूक सुनावे री मोहे बिरहा सतावे |
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मोहब्बत में पिया को पुकारा करूं मैं |
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जीवन का सुख जान के तुम संग कीनी प्रीत |
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हर दुःख में ज़बां से यही कहे |
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नाहीं परत मोहे चैन |
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है जमालु तेरी अंखियां खैर रखिये |
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पहले दिल ले के मेरी जान जला दी तूने |
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