गाने |
प्रेम ब्रज बिहारी प्रेम है पुजारी |
|
|||||
|
|
|||||
सब कहते जिसको नीचा |
|
|||||
|
|
|||||
यह जग की फुलवारी प्रभु जी |
|
|||||
|
|
|||||
रोटे बुरे न होते भैय्या |
|
|||||
|
|
|||||
जान प्यारे सब तुम्हें |
|
|||||
|
|
|||||
प्रभो सहारे एक तुम्हीं हो |
|
|||||
|
|
|||||
काना रे आज आ ज़रा |
|
|||||
|
|
|||||
आज भाग जाग गए लोगो हमारे |
|
|||||
|
|
|||||
नारायण नर के रखवार |
|
|||||
|
|
|||||
यह समता बरत हमारा |
|
|||||
|
|
|||||
धन्य धन्य नारी जाति |
|
|||||
|
|
|||||
तन को साफ़ मन को साफ़ कर ले हरि प्यारे |
|
|||||
|
|
|||||
है बोली अमृत सी |
|
|||||
|
|
|||||
कैसे बयाँ करूँ प्रभो |
|
|||||
|
|
|||||
चरण कमल में प्रभु के माथ नमाऊँ आज |
|
|||||
|
|
|||||
यदि चाहो भारत बन जावे स्वर्ग सुखों का कानन |
|
|||||
|
|
|||||