गाने |
सतिया सत मत छोड़िये |
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सच्चे का सन्मान है |
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पनघट पर मैं अकेली पनिहारी |
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आँखों से आँसू बहाते हैं वतन को छोड़ कर |
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मूरख मन क्या करे मेरा मेरा |
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त्रिया कहत है पिया हमारा सबसे ऊँची सगाई |
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सत का बेड़ा पार बाबा सत का बेड़ा पार |
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ऐसे पापी नर होवेंगे कलजुग में |
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नंदलालाजी लेकर फिर अवतार भारत में बंसी बजा देना |
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मैं नहीं चाहता |
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अम्बवा की डाली तले सखी झुलना झुला दे |
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