गाने |
प्रेम प्रेम रटूँ रटूँ |
|
|||||
|
|
|||||
अफ़सोस यतीमों का दुनिया में नहीं कोई |
|
|||||
|
|
|||||
तुम बिन और न कोई सहाई |
|
|||||
|
|
|||||
नैना लड़े हैं जी |
|
|||||
|
|
|||||
जो अपने मुल्क की खिदमत में दुःख और दर्द सहता है |
|
|||||
|
|
|||||
लटकनिया मोरी चोरी गई |
|
|||||
|
|
|||||
मूसा तेरी आँखों ने देखा ही अभी क्या है |
|
|||||
|
|
|||||
हाय पैसा जिसका जाए |
|
|||||
|
|
|||||
है दुनिया सारी मतलब की |
|
|||||
|
|
|||||
छूत अछूत का झगड़ा छोड़ो |
|
|||||
|
|
|||||