गाने |
बसंत ऋतू आई रामा जोबन उभार के |
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ओ मोरे सैयाँ पड़ूँ मैं तोरे पैयाँ |
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किसी के मधुर प्यार में मन मेरा खो गया |
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सिलवा दे रे साजनवा मोहे रेशमी सलवार |
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कोई रोके उसे और ये कह दे |
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मेरे नैना हुए बावले किसी के लिया |
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ओ दुनिया बनाने वाले |
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ओ रूठे हुए भगवान तुमको कैसे मनाऊँ |
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