फ़िल्म के पहले ऑडियो रिलीज़ में यह गाना स्नेहा खनवलकर को क्रेडिट किया गया था जबकि इसे प्रसन्ना शेखर ने रचा था. जब प्रसन्ना शेखर ने प्रोड्यूसर राम गोपाल वर्मा से शिकायत की तो उन्होंने अपनी गलती मानी और सीडी के अगली लॉट में उन्हें श्रेय देने का वादा किया.[1]