गाने |
देखो देखो मार कटारी चली (लकड़ी के टुकड़े करती है) |
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छम छम बाजे मोरी रे पायलिया |
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दूर नगरिया तोरी हो उमराऊ ओ बलमा रे |
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फुलवा चुनते काँटो लगो री |
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बिच्छू ने मारा मोहे डंक रे |
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मोहब्बत में दिलों के खेल ये हर बार होते हैं (करिश्मे मोहब्बत के) |
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ए कारी कोयलिया अब काहे को कुहू कुहू कूक रही |
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