Shri Naqad Narayan

श्री नक़द नारायण

एल्बम वर्ग: हिन्दी, फ़िल्म
वर्ष: १९५५
संगीतकार: विनोद
गीतकार: वर्मा मलिक, प्यारेलाल संतोषी, क़मर जलालाबादी, मधुप शर्मा
लेबल: एच.एम.वी.
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
फ़िल्म क्रेडिट: निर्देशक: आइ.एस. जौहर. निर्माता: सूरज नारायण कनव. लेखक: आइ.एस. जौहर. अभिनेता: मीना - II, अधिक...
 



गाने


 
ये मुंह मसूर की दाल
गायक: आशा भोसले, मोहम्मद रफ़ी
संगीतकार: विनोद
गीतकार: मधुप शर्मा
शैली: फ़िल्मी
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
आता है याद मुझको गुज़रा हुआ ज़माना
गायक: खान मस्ताना
संगीतकार: विनोद
गीतकार: क़मर जलालाबादी
शैली: फ़िल्मी, ग़ज़ल
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
ऐ किस्मत तेरे सदके हम (पुरुष)
गायक: मोहम्मद रफ़ी
संगीतकार: विनोद
गीतकार: प्यारेलाल संतोषी
शैली: फ़िल्मी
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
ऐ किस्मत तेरे सदके हम (स्त्री)
गायक: आशा भोसले
संगीतकार: विनोद
गीतकार: प्यारेलाल संतोषी
शैली: फ़िल्मी
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
किसी से हमारी मुलाक़ात होगी
 
गायक: आशा भोसले
संगीतकार: विनोद
गीतकार: क़मर जलालाबादी
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
सुनो राधेश्याम (आज तुम्हारे चरणों में भगवान)
गायक: आशा भोसले, मोहम्मद रफ़ी
संगीतकार: विनोद
गीतकार: वर्मा मलिक
शैली: फ़िल्मी, भजन
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
ये आज गैर के घर में है रोशनी कैसी
 
गायक: आशा भोसले
संगीतकार: विनोद
गीतकार: क़मर जलालाबादी
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
दिल अगर है पास तो
गायक: शमशाद बेगम
संगीतकार: विनोद
गीतकार: क़मर जलालाबादी
शैली: फ़िल्मी, पॉप
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
अखु आया है हम तो आया है तेरे दीदार के लिए
गायक: शमशाद बेगम
संगीतकार: विनोद
गीतकार: क़मर जलालाबादी
शैली: फ़िल्मी
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
देख रहे हो तुम मोहब्बत के ख्वाब
 
गायक: आशा भोसले
संगीतकार: विनोद
गीतकार: क़मर जलालाबादी
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 
कभी ये मुझको
 
गायक: आशा भोसले
संगीतकार: विनोद
गीतकार: वर्मा मलिक
शैली:
सम्पूर्ण रेटिंग:
मेरी रेटिंग:
 

पुरस्कार


 
  • पुरस्कारों की जानकारी उपलब्ध नहीं है

सामान्य ज्ञान


 

    एल्बम

  • Based on the film's promotional materials, it appears that it was launched by producer-director K.D. Mehra and handed over to director I.S. Johar and producer Suraj Narain Kanav at some point.

    गीत

  • ये मुंह मसूर की दाल - The song's music records credited D.N. Madhok as the lyricist. However, according to lyricist Madhup Sharma, the song was written by him.[MR1]
  • आता है याद मुझको गुज़रा हुआ ज़माना - The song ended with two lines whose tune was different from the rest of the song - "Laila Laila pukaroon main ban mein / Meri Laila basi meri man mein". The lyrics of these lines, and possibly their tune, may have owed their origin to a song from the Hindi film "Laila Majnu" (1931). It's possible that the lyrics and tune have older antecedents. They were also used in the Hindi film songs "Medley Song" ("Mr. Sampat", 1952), "Majnu Majnu Pukaroon Main Ban Mein" ("Resham", 1952), "Nautanki Laila Majnu" ("Bhabhi", 1957), "Main Pagal Hoon" ("Girl Friend", 1960), and "Yaar Kapada Shaandar Hai" ("Painter Babu", 1983). The mukhda of the song "Raat Bhar Ka Hai Mehman Andhera" ("Sone Ki Chidiya", 1958) also had a similar tune.[1][2][3][4][5][6][7]



सन्दर्भ


 

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